गुजरात से इंदौर अपने माता-पिता से मिलने आई 6 साल की बच्ची लक्षिका लापता हो गई। मानसिक रूप से कमजोर और बोलने में असमर्थ बच्ची की तलाश में पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह घटना बेहद चिंताजनक और संवेदनशील है। छह साल की बच्ची का लापता होना, खासकर जब वह बोलने में असमर्थ और मानसिक रूप से कमजोर हो, परिवार के लिए अत्यधिक पीड़ादायक स्थिति है। गुजरात से इंदौर अपने माता-पिता से मिलने आए जीवन मीणा ने राजेंद्र नगर थाने में अपनी बेटी लक्षिका की गुमशुदगी दर्ज कराई।
जीवन ने बताया कि वह सुरेंद्र नगर, गुजरात में फार्मा कंपनी में काम करते हैं और इंदौर के शिव सागर कॉलोनी में अपने माता-पिता से मिलने आए थे। शनिवार को दोपहर में उनकी पत्नी शालिनी ब्यूटी पार्लर गई थीं। उन्होंने कॉल करके जीवन से कहा कि बेटी को बाल कटवाने के लिए भेज दें। उस समय जीवन खाना खा रहे थे, इसलिए उन्होंने अपने चचेरे भाई ऋषि से लक्षिका को उसकी मां के पास छोड़ने के लिए कहा। लेकिन जब ऋषि ने लक्षिका को ढूंढा, तो वह नहीं मिली। आसपास के लोगों से बच्ची के बारे में पूछताछ की गई, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। काफी देर तक खोजबीन करने के बाद बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
बच्ची के लापता होने की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अपहरण का मामला दर्ज किया और उसकी तलाश शुरू कर दी। प्राथमिकता के आधार पर पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगालने, स्थानीय निवासियों से पूछताछ करने और सुनसान स्थानों की तलाशी अभियान शुरू किया है। पुलिस ने मीडिया और सोशल मीडिया पर बच्ची की तस्वीर और जानकारी साझा करने की भी योजना बनाई है ताकि जल्द से जल्द उसकी जानकारी मिल सके।
परिवार को इस कठिन समय में धैर्य रखने और पुलिस के साथ पूरा सहयोग करने की आवश्यकता है। हम प्रार्थना करते हैं कि बच्ची जल्द सुरक्षित मिल जाए और यह संकट जल्द समाप्त हो। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से सकारात्मक परिणाम की उम्मीद की जा सकती है।