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17 Nov 2024, Sun

केजरीवाल को जोरदार झटका : दिल्ली सरकार पर आरोप लगाकर मंत्री कैलाश गहलोत ने छोड़ी पार्टी; ‘शीश महल’ का भी मुद्दा उठाया

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दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कैलाश गहलोत ने रविवार सुबह AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर इस्तीफे का ऐलान किया।

गहलोत ने केजरीवाल को लिखे लेटर में यमुना की सफाई के मुद्दे को लेकर AAP की आलोचना की। उन्होंने कहा- आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार से लड़ाई करने में बहुत वक्त बर्बाद किया। पार्टी ने जनता से किए वादे पूरे नहीं किए।

दिल्ली की CM आतिशी ने गहलोत का इस्तीफा स्वीकार करते हुए कहा- ये भाजपा का गंदा षड्यंत्र है। भाजपा दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव ED और CBI के बल पर जीतना चाहती है।

कैलाश गहलोत ने 2015 में आम आदमी पार्टी जॉइन की थी। वे 2017 में कैबिनेट मंत्री बने। पेशे से वकील कैलाश गहलोत ने राजनीति में आने से पहले 10 साल तक सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में कई बड़े केस लड़े।

यमुना की सफाई को लेकर भी नाराज थे कैलाश गहलोत

दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मंत्री पद के साथ-साथ आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. कैलाश गहलोत ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया कहा कि जिस ईमानदार राजनीति के चलते पार्टी में वह आए थे, ऐसा अब हो नहीं रहा है. अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास को ‘शीशमहल’ करार देते हुए उन्होंने कई आरोप लगाए. वहीं, यमुना में बढ़ते प्रदूषण को लेकर भी दिल्ली सरकार पर आरोप लगाए.

कैलाश गहलोत ने इस्तीफे में क्या लिखा?

दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री रहे कैलाश गहलोत ने पत्र में लिखा, “अरविंद केजरीवाल जी, मैं आपको सबसे पहले एक विधायक और एक मंत्री के रूप में दिल्ली के लोगों की सेवा करने और उनका प्रतिनिधित्व करने का सम्मान देने के लिए ईमानदारी से धन्यवाद देना चाहता हूं. हालांकि, साथ ही मैं यह भी कहना चाहता हूं कि आज आम आदमी पार्टी के सामने गंभीर चुनौतियां हैं. अंदरूनी चुनौतियां, उन मूल्यों तक जो हमें एक साथ लाए थे, राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं लोगों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता से आगे निकल गई हैं, जिससे कई वादे अधूरे रह गए हैं.”

‘BJP से लड़ते रहेंगे तो वास्तविक विकास नहीं होगा’

कैलाश गहलोत ने उदाहरण देते हुए लिखा, “यमुना को हमने स्वच्छ नदी में बदलने का वादा किया था, लेकिन कभी ऐसा नहीं कर पाए. अब यमुना नदी शायद पहले से भी अधिक प्रदूषित हो गई है. इसके अलावा, अब ‘शीशमहल’ जैसे कई शर्मनाक और अजीब विवाद हैं, जो अब सभी को संदेह में डाल रहे हैं कि क्या हम अभी भी आम आदमी होने पर विश्वास करते हैं? एक और दुखद बात यह रही है कि लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने के बजाय हम केवल अपने स्वयं के राजनीतिक एजेंडे के लिए लड़ रहे हैं. अब यह स्पष्ट है कि अगर दिल्ली सरकार अपना अधिकांश समय केंद्र से लड़ने में बिताती है तो दिल्ली का वास्तविक विकास नहीं हो सकता.”

‘मेरे पास और कोई विकल्प नहीं बचा था’- कैलाश गहलोत

कैलाश गहलोत ने आगे लिखा, “मैंने अपनी राजनीतिक यात्रा दिल्ली के लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता के साथ शुरू की थी और मैं इसे जारी रखना चाहता हूं. यही कारण है कि मेरे पास AAP से अलग होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है और इसलिए मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं. मैं आपके स्वास्थ्य और भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं. मैं इस यात्रा के दौरान अपनी पार्टी के सभी सहयोगियों और शुभचिंतकों को उनकी शुभकामनाओं और दयालुता के लिए धन्यवाद देता हूं.”

 

 

By archana

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