झारखंड चुनाव के दौरान प्रचार-प्रसार में जुटे राहुल गांधी का हेलिकॉप्टर झारखंड के गोड्डा में फंस गया है. ATS ने उनके हेलिकॉप्टर को उड़ने की अनुमति नहीं दी है. बताया जा रहा है कि उनके चॉपर को हेलीपैड से उड़ने के लिए क्लीयरेंस नहीं मिला है और करीब आधे घंटे से ज्यादा समय से राहुल का हेलिकॉप्टर वहीं खड़ा हुआ है. कांग्रेस ने इसके लिये बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है.
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के कारण राहुल गांधी के हेलिकॉप्टर को क्लीयरेंस नहीं दिया गया है. बता दें कि राहुल गांधी का हेलिकॉप्टर गोड्डा के बेलबड्डा में रुका हुआ है. हेलिकॉप्टर को क्लीयरेंस न मिलने पर कांग्रेस विधायक ने बीजेपी पर निशाना भी साधा है. विधायक ने इसे बीजेपी की गलत नीति बताया है.
गोड्डा में खड़े राहुल गांधी के हेलिकॉप्टर का फुटेज भी सामने आया है. इसमें दिखाई दे रहा है कि राहुल गांधी हेलिकॉप्टर के अंदर बैठे हुए हैं और गोड्डा से रवाना होने का इंतजार कर रहे हैं. हेलीपैड के आसपास राहुल गांधी की सुरक्षा में तैनात कर्मचारी भी खड़े हुए हैं.
झारखंड में 20 नवंबर को मतदान
बता दें कि झारखंड में सभी राजनीतिक दल इस समय चुनावी मैदान में कूदे हुए हैं. राज्य में पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को हो चुका है, जिसमें 15 जिलों की 43 सीटों पर वोटिंग हुई है. अब दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होना है, जिसमें 38 सीटों पर मतदान होगा.
कांग्रेस नेता ने की आलोचना
महागामा विधानसभा सीट से विधायक और कांग्रेस उम्मीदवार दीपिका पांडे ने राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर को उड़ान की मंजूरी ने दिए जाने की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री देवघर में हैं और सिर्फ इस वजह से राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर को उड़ान की मंजूरी नहीं मिली। हम जानते हैं कि ये प्रोटोकॉल है लेकिन कांग्रेस ने 70 वर्षों तक इस देश पर शासन किया है और ऐसी घटनाएं किसी विपक्षी नेता के साथ नहीं होनी चाहिए। यह स्वीकार्य नहीं है।’
कल्पना सोरेन ने भी लगाया था आरोप
बता दें कि इसी तरह का आरोप हाल ही में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) विधायक और सीएम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने भी लगाया था. उन्होंने विधानसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन कहा था कि उनके हेलिकॉप्टर को उड़ाने की मंजूरी नहीं दी गई. लातेहार में एक चुनावी रैली को फोन पर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था,’झारखंड की जनता देख रही है कि किस तरह केंद्र और भाजपा के इशारे पर झारखंड के लोगों का अपमान किया जा रहा है.’