गिरोह के छह सदस्यों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
दुल्हन ने पहले महाकाल दर्शन के बहाने उज्जैन में घुमाया।
इसके बाद आरोपिता दुल्हे से तलाक की जिद करने लगी।
अहमदाबाद के एक व्यापारी को चकमा देकर इंदौर की लुटेरी दुल्हन आधी रात को ट्रेन से भाग गई। दुल्हन अपने साथ 2 लाख रुपए के जेवर भी ले गई। शादी से पहले दुल्हन के परिचित ने 10 लाख रुपए भी लिए थे। व्यापारी ने इसकी शिकायत शादी कराने वालों से की तो जवाब मिला, तुम पत्नी को नहीं संभाल पाए, इसमें हमारी क्या गलती।
इसके बाद व्यापारी चार महीने तक एफआईआर के लिए इंदौर के चक्कर लगाता रहा। एरोड्रम पुलिस ने बुधवार रात व्यापारी की शिकायत पर लुटेरी दुल्हन, उसकी मां, ब्रोकर दंपती और एक ड्राइवर पर केस दर्ज किया है।
एरोड्रम पुलिस के मुताबिक अहमदाबाद के एक व्यापारी अजय (40) का कारोबार के सिलसिले में इंदौर आना-जाना लगता रहता था। वह यहां आने के पहले कार ड्राइवर राजेश डागर निवासी व्यास नगर, चंदन नगर की ही कार बुक करता था। इसके चलते दोनों में दोस्ती हो गई।
अजय ने बताया कि राजेश को यह बात पता चली की मैं शादी करना चाहता हूं तो उसने मुझे बताया कि मेरे परिचित हैं, जो शादी कराते हैं। मेरे हां कहने के बाद राजेश ने शादी कराने वाले ब्रोकर महेंद्र गिरी और काजल से मेरी पहचान कराई। महेंद्र-काजल ने बताया कि उनके पास एक लड़की है जो शादी करना चाहती है
अजय ने लड़की से मिलाने का कहा तो महेंद्र-काजल ने बोला कि 10 लाख रुपए का खर्च आएगा। इसके बाद महेंद्र-काजल ने अहाना गिरी (24) से मिलवाया। दोनों के एक-दूसरे को पसंद करने के बाद माता-पिता से मिलाने की बात कही। अजय अपने माता-पिता को लेकर जुलाई में अहाना के घर पहुंचा।
इंदौर के राजेश ने करवाई थी शादी
व्यापारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर जानकारी दी की मुलाकात इंदौर के व्यास नगर के रहने वाले एक व्यक्ति राजेश डागर से हुई। राजेश ड्राइवर के रूप में काम करता था, जिसके कारण उसकी कई लोगों से पहचान थी। राजेश ने व्यापारी को यह भरोसा दिलाया कि वह उसकी शादी करवा सकता है और इसके लिए उसने व्यापारी को इंदौर में रहने वाले महेंद्र गिरि नाम के एक शादी के दलाल से मिलवाया। महेंद्र ने एक महिला को अपनी पत्नी काजल के रूप में परिचय करवाया और व्यापारी को समझाया कि वह उसकी शादी अच्छे घर की लड़की से करा सकता है।
जिला कोर्ट में भी शादी की नोटरी हुई
महेंद्र और काजल ने व्यापारी को एक और महिला रूपा से मिलवाया। रूपा ने बताया कि उसकी बेटी आहना शादी योग्य है और व्यापारी के लिए सही साथी हो सकती है। बातचीत के दौरान तय हुआ कि व्यापारी की शादी आहना से कराई जाएगी और इसके बदले व्यापारी ने राजेश के खाते में 3 लाख रुपए जमा कर दिए। इसके बाद 21 जुलाई को बिजासन मंदिर के पास एक समारोह में धूमधाम से व्यापारी और आहना की शादी संपन्न हुई। शादी को कानूनी रूप से वैध बनाने के लिए जिला कोर्ट में जाकर नोटरी भी करवाई गई।
पहले व्यापारी का भरोसा जीता
शादी के बाद कुछ दिन व्यापारी और आहना साथ रहे। इस दौरान आहना ने व्यापारी का विश्वास जीतने के लिए उससे अच्छा व्यवहार किया और उसके साथ खुश रहने का दिखावा किया लेकिन यह सब कुछ एक षड्यंत्र का हिस्सा था। 8 अगस्त को आहना ने व्यापारी से कहा कि उसका जन्मदिन है और वह अपने जन्मदिन पर उज्जैन के मंदिर में दर्शन करना चाहती है। इस भावनात्मक अपील को व्यापारी ने गंभीरता से लिया और अपनी पत्नी को खुश करने के लिए उसे उज्जैन ले जाने का फैसला किया।
पति ने कहा कुछ सुंघाकर बेहोश किया
दोनों ने ट्रेन से सफर करना शुरू किया, और सफर के दौरान व्यापारी आराम करने के लिए सो गया। इसी दौरान आहना ने व्यापारी को जड़ी-बूटी सुंघा दी, जिससे वह बेहोश हो गया। जब व्यापारी को होश आया, तो आहना गायब थी। व्यापारी ने उसे ढूंढने की कोशिश की, लेकिन उसका कोई अता-पता नहीं चला। बाद में व्यापारी को आहना का एक संदेश मिला, जिसमें लिखा था कि वह उसे प्यार करती है, लेकिन अपने करियर के लिए उसे इस तरह भागना पड़ा।
पहले से कई केस दर्ज हैं गिरोह के खिलाफ
आहना के गायब होने के बाद व्यापारी को शक हुआ कि यह सब एक सोची-समझी साजिश थी। उसने इसके बारे में गहराई से जांच की तो पता चला कि यह गिरोह शादी के बहाने भोले-भाले लोगों को ठगने का काम करता है। इस गिरोह में महेंद्र गिरि, उसकी पत्नी काजल, काजल का भाई सुनील, राजेश और खुद आहना शामिल हैं। व्यापारी को यह भी जानकारी मिली कि इस गिरोह के खिलाफ पहले से भी केस दर्ज हैं। विजय नगर और आलोट के थानों में इसी तरह की धोखाधड़ी के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।
पहले भी तीन बार शादी कर चुकी है आहना
व्यापारी को यह भी पता चला कि आहना पहले से तीन बार शादी कर चुकी है और हर बार उसने अपने पति को ठगकर फरार हो गई है। यह गिरोह लुटेरी दुल्हनें तैयार करता है जो शादी के नाम पर पैसे और गहने हड़पने के बाद भाग जाती हैं। इस बार व्यापारी से भी उन्होंने इसी प्रकार ठगी की, जिसमें करीब 10 लाख रुपए नकद और 2 लाख के गहने शामिल थे।
इन लोगों पर दर्ज हुआ केस
अब व्यापारी ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। पुलिस ने व्यापारी की शिकायत के आधार पर महेंद्र गिरि, काजल, सुनील, राजेश और आहना के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है और इनकी तलाश जारी है। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह बड़े ही चालाकी से अपने निशाने को फंसाता है। पहले वे किसी साधारण इंसान को टारगेट बनाते हैं, फिर उससे दोस्ती करते हैं और धीरे-धीरे शादी के लिए राजी करते हैं। शादी के बाद मौका मिलते ही उसे जड़ी-बूटी सुंघाकर या किसी अन्य तरीके से बेहोश कर भाग जाते हैं।