अरुण कुमार शेंडे
रायसेन ऐतिहासिक नगरी सांची में प्रति वर्षा नुसार इस वर्ष भी नव माह के अंतिम सप्ताह में आयोजित किए जाने वाले बौद्ध वार्षिकोत्सव की तैयारियां जोरशोर से शुरु हो गई हैं दूसरी तरफ प्रशासन ने भी इस आयोजन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है जानकारी के अनुसार इस बौद्ध ऐतिहासिक स्थल पर प्रतिवर्षानुसार आयोजित किए जाने वाले बौद्ध वार्षिकोत्सव की तैयारी महाबोधि सोसायटी ने शुरू कर दी है इस आयोजन में हजारों लाखों लोग देशविदेश से आकर शामिल होते है यह आयोजन प्रतिवर्ष नव माह के अंतिम सप्ताह मेंआयोजित किया जाता है इस कार्यक्रम में भगवान बुद्ध के परम शिष्यों सारिपुत्र महामोदग्लाइन की पवित्र अस्थियों को जनता के दर्शनार्थ स्तूप पहाड़ी स्तिथ बौद्ध मंदिर में कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रखी जाती हैं जिनके हजारों लाखों लोग दर्शन करते हैं इस अवसर पर नगर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है इस कार्यक्रम में देश विदेश के बडी संख्या में बौद्ध भिक्षु भी भाग लेते हैं इसके साथ ही देशविदेश के विशिष्ट अतिविशिष्ट लोग भी शामिल होते है इस कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन भी अपनी तैयारियां शुरू कर देता है तथा कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन अपनी बैठक भी आयोजित करता है इस कार्यक्रम में विशेष रूप से भगवान बुद्ध के परम शिष्य सारिपुत्र महामोदग्लाइन की पवित्र अस्थियों की विधिवत पूजा अर्चना की जाती हैं तथा इन अस्थियों की कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ऐतिहासिक बौद्ध स्मारकों की परिक्रमा कराई जाती हैं इस कार्यक्रम में कुछ दिन पूर्व से ही महाबोधि सौसायटी श्री लंका के महानायक वानगल उपतिस्स नायक थैरो भी शामिल होते है महाबोधि सोसायटी से स्तूप तक नगर पूरी तरह दुल्हन की तरह सजाया जाता है तब यह स्थल एक आकर्षक का केंद्र बन जाता है इस कार्यक्रम को लेकर नगर भर में सुरक्षा व्यवस्था कडी कर दी जाती हैं चप्पे चप्पे पर पुलिस की निगरानी रहती हैं इसके साथ ही नगर पूरी तरह कैमरों की जद मे रहता है बाहर से आने वाले पर्यटकों को ठहरने के लिये होटलों लाजो सहित अन्य स्थानों पर विशेष व्यवस्था जुटाई जाती हैं स्तूप पहाड़ी पर स्थित बौद्ध मंदिर को रंगबिरंगी कलाकृतियों से सजाया जाता है इस नगर मैं स्थानीय एवं बाहरी दुकानदारों द्वारा अपने रोजगार के साधन भी जुटाए जाते है अनेक सामाजिक संगठनों द्वारा बाहर से आनेवाले पर्यटकों को निशुल्क भोजन व्यवस्था भी जुटाई जाती हैं इस प्रकार इस वार्षिक आयोजन महाबोधि सोसायटी के तत्वावधान में सम्पन्न कराया जाता है