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24 Nov 2024, Sun

सुंदरता देने व पैदल चलने बने फुटपाथ चढे अतिक्रमण की भेंट

अरुण कुमार शेंडे

रायसेन ऐतिहासिक नगरी सांची इस नगर को और अधिक सुंदरता प्रदान करने एवं लोगों को सडक छोड़ चलने के लिए लाखों करोड़ों की लागत से बने फुटपाथ पर अतिक्रमण कारियो ने जमाया कब्जा फुटपाथ पर ही लगाये गए बिजली खंबे से लोगों को बनी रहती अनहोनी की आशंका ।प्रशासन को कोई सरोकार नहीं रहा जानकारी के अनुसार इस नगर की सुंदरता और अधिक बढाने नगर भर में विभिन्न विभागों द्वारा लोगों को सडक छोड़ चलने के लिए लाखों करोड़ों रुपए की लागत से फुटपाथ निर्माण कराये गए थे इन फुटपाथ पर फुटकर व्यवसाइयो कब्जे कर मालिक बन बैठे तथा फुटपाथ पर चलना तो दूर इस पर लोगो को बैठने भी जगह नहीं छूट सकी तथा धडल्ले से फुटपाथ अवैध कब्जे की भेंट चढ़ गए इन फुटपाथ को न तो निर्माण करने वालों को ही सुध लेने की चिंता रही न ही अपने अधीन रखने वाले ही अपनी नींद तोड सके इससे लोगो ने इन फुटपाथ को रोजी रोटी का जरिया तो बना डाला परन्तु स्वच्छता को भी पूरी तरह भूल गए हालांकि रेलवे स्टेशन से स्तूप गेट तक निर्मित सडक के दोनों ओर निर्मित फुटपाथो का निर्माण बरसों तक पर्यटन विभाग द्वारा लाखों करोड़ों की लागत से कराया गया था जबकि यह फुटपाथ नगर परिषद प्रशासन के अधीन आने से जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की बढ गई परन्तु इन फुटपाथो को न तो निर्माण करनेवाले विभाग न ही अपनी सीमा में निर्मित होने वाले विभाग को ही सुध लेने की फुरसत मिल सकी इन फुटपाथो पर पत्थर कटिंग कर सुंदर जाली लगाई गई थी परन्तु इन जालियों को भी लोगों ने अपने स्वार्थ की भेंट चढा कर तहसनहस कर डाला जिससे फुटपाथो की सुंदरता खत्म होने की कगार पर पहुंच गई जो कसर बाकी रही तो इन फुटपाथो पर बिजली के खंबे खडे कर जगह जगह डीपी रखवा दी गई जिससे दुर्घटना की आशंका बनने लगी इसके साथ ही इन पर जगह जगह सौर ऊर्जा से चमकने वाली प्याऊ बनवा कर इनके रखरखाव से पल्ला झाड़ लिया गया इसके साथ ही इस नगर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने भी मार्ग के दोनों ओर लोगो को दुर्घटना से बचाने फुटपाथो का निर्माण कराया गया परन्तु इन फुटपाथो के निर्माण के नाम पर मात्र खानापूर्ति कर छोड़ दी गई राष्ट्रीय राजमार्ग ऐजैसी द्वारा कराए फुटपाथ कहीं निर्मित हो सके कहीं अधूरे छोड़ दिये गए कुछ लोगों द्वारा भी अपने हित साधने तहसनहस कर डाले जो निर्माण कराये गए वह भी अपनी गुणवत्ता की कहानी स्वयं बयां कर रहे है आननफानन मे निर्मित कराये फुटपाथो को पलटकर देखना भी राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने उचित समझा जिससे फुटपाथो के नाम पर सरकार की करोड़ों रुपये फुंक गए तथा फुटपाथ अपने स्थान से ही ओझल दिखाई देने लगे इसी तर्ज पर बरसों पहले बसस्टैंड का निर्माण कराया गया था जहाँ व्यवसाइयों को लीज पर दुकानों का आवंटन किया गया इसके साथ ही दुकानों के सामने फुटपाथो का निर्माण कराया गया परन्तु यहाँ से फुट पाथ पूरी तरह गायब हो चुके बसस्टैंड पर कहीं कोई फुटपाथ दिखाई ही नहीं देते फुटपाथो को पूरी तरह अतिक्रमण कारी लीलते रहे प्रशासन अपनी संपत्ति लुटते मौन साधे कहीं न कहीं अपनी स्वीकृति प्रदान करता रहा इन्हें बचाने कभी आगे नहीं बढ सका यहां अधिकारी कर्मचारी मात्र अपने वेतन तक ही सिमट कर रह गए न ही प्रशासन कभी सरकारी संपत्ति की सुरक्षा पर चाबुक ही चलाता दिखाई दिया लोगों ने करोड़ों की बेशकीमती भूमि अपने प्रभाव के चलते लील ली तब जिम्मेदार भी आये गए परन्तु अपनी संपत्ति को बचाने में पूरी तरह असफल रहे इस प्रकार नगर की सुंदरता के लिए सरकारों द्वारा फूंके गए लाखों करोड़ों को पलीता लग गया ।न ही कभी किसी जिम्मैदारो द्वारा ही सरकारी संपत्ति की सुरक्षा करने की हिम्मत ही जुटाई जा सकी

By archana

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