एमपी में बीजेपी नेता के दो बेटों पर हमला, ताबड़तोड़ फायरिंग कर कार से भागे बदमाश
सत्यनारायण सेन
प्रखर न्यूज़ न्यूज़ एक्सप्रेस
ग्वालियर में रविवार दोपहर कार सवार बदमाशों ने एक युवक पर फायरिंग की। आवाज सुनकर परिजन और दूसरे लोग वहां आ गए। उन्होंने हमलावरों को पकड़ने की कोशिश की। इस दौरान बदमाश अपनी लाइसेंसी राइफल छोड़कर भाग गए। जाते-जाते हमलावर ने एक युवक को तलवार मार दी। जिससे वो घायल हो गया।
घटना दोपहर करीब 3 बजे सात नंबर चौराहा सीपी कॉलोनी मुरार की है। हमले में घायल युवक के पिता ज्ञान सिंह ने मुरैना के रहने वाले संदीप मावई पर हमले का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि लोन को लेकर उसके भांजे से संदीप का विवाद है।
ज्ञान सिंह के दो बेटे लव गुर्जर और पुष्पेन्द्र गुर्जर हैं। उन्होंने बताया- रविवार दोपहर करीब 3 बजे लव गुर्जर को उसके मामा के बेटे अनुज गुर्जर का कॉल आया था। जिसके बाद लव घर के बाहर खड़ा हो गया। इस बीच, वहां कार से संदीप मावई (गुर्जर) चार से पांच अन्य साथियों के साथ आया। गाली-गलौज करते हुए राइफल से फायर कर दिया। लव ने नीचे झुक कर जान बचाई। इसके बाद बाद हमलावरों ने एक और फायर किया।
जाते-जाते तलवार से किया हमला
गोलियों की आवाज सुनकर लव का छोटा भाई पुष्पेन्द्र गुर्जर बाहर आया। वह हमलावरों से भिड़ गया। मदद के लिए आसपास के अन्य लोग भी आ गए। घबराकर बदमाश भागने लगे, लेकिन हड़बड़ाहट में राइफल छोड़कर भाग गए। भागते समय हमलावरों ने पुष्पेन्द्र पर तलवार से हमला कर दिया। पुलिस ने हमलावरों की तलाश में नाकाबंदी कर दी है।
घायल के पिता ज्ञान सिंह ने बताया, 'मेरा भांजा अनुज गुर्जर सिटी सेंटर में रहता है। वह प्राइवेट बैंक में पदस्थ है। हमलावर संदीप मावई निवासी मुरैना ने फर्जीवाड़ा कर एक या दो करोड़ का लोन लिया है। इसकी जानकारी भांजे को है। संदीप का आरोप है कि अनुज उसे बदनाम कर रहा है। इसी कारण उनके बीच विवाद है।
संदीप को लगता है कि मेरे दोनाें बेटे भी उसके साथ मिले हैं। रविवार दोपहर अनुज को धमकी देते हुए संदीप ने सात नंबर चौराहा पर बुलाया था। अनुज पहुंचा, लेकिन खुद को अकेला पाकर बेटे लव को फोन कर आने को कहा, लेकिन हमलावर हमारे घर के बाहर ही पहुंच गए और हमला कर दिया।'
घायल बोला- मैं तो भाई की आवाज सुनकर गया
घायल पुष्पेन्द्र ने बताया, ‘ मैं भाई लव की आवाज सुनकर आया। बाहर से गोलियों की आवाज आ रही थी। भाई चिल्लाया तो आ गया। हमलावरों से संघर्ष भी किया। विवाद के बारे में मुझे नहीं पता। हम संघर्ष नहीं करते, तो जान भी जा सकती थी।'
सीएसपी मुरार राजीव जंगले का कहना है कि मामले में हमलावर का नाम सामने आया है, उसकी तलाश की जा रही है।
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