चोरी नहीं आशिकी के चक्कर में चौकी प्रभारी ने पीड़िता के पति और ननदोई के पृष्ठ भाग में किया पिटाई नहीं है देखने लायक



सुनील त्रिपाठी/गणेश अग्रहरी 

प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस 

सुनता रहा पर कभी देखा नहीं जैसे आषाढा चौकी प्रभारी ने झूठे केस में पीड़िता के पति और नंदोई के पृष्ठ भाग को किया लाल



कौशांबी। पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के दानपुर गांव निवासिनी नीषू पत्नी भैरव प्रसाद ने आईजीआरएस के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश ,डीजीपी उत्तर प्रदेश ,एडीजी जोन प्रयागराज ,पुलिस अधीक्षक कौशांबी ,थाना अध्यक्ष पश्चिम शरीरा ,एससी एसटी आयोग और महिला आयोग नई दिल्ली को शिकायती पत्र देकर अवगत कराया की मेरा पति रोजी-रोटी के लिए गोराजू गांव के भट्ठा में (श्याम नारायण)कार्तिक माह से ईट पथाई करने के लिए चला गया कभी कभार पीड़िता का पति घर आया करता रहा और फिर चला जाता रहा पीड़िता अपने सास ससुर अपने जेठ जेठानी से अलग रहती है घर का सामान व सब्जी बाजार से लाने के लिए पीड़िता अषाढा चौराहा जाती रही वहीं पर चौकी प्रभारी मनीष पाल बैठा रहता था तो पुलिस चौकी प्रभारी अपने दो पहिया गाड़ी से सुनसान जगह पर पीड़िता को रोक कर कहा कि तुम बाजार अकेले आई हो तुम्हारे घर पर और कोई नहीं है पीड़िता ने कहा कि मेरे पति भट्ठा पर रहते हैं । 15 दिन बाद पीड़िता बाजार गिर गई तो चौकी प्रभारी पीड़िता को बार-बार देखने लगा और दोबारा सुनसान जगह पर पीडिता को रोक कर कहा कि जो दिक्कत हो तुम मुझे बताना मैं तुम्हें दे दूंगा पीड़िता ने कहा मुझे नहीं चाहिए। पीड़िता का पति जब घर आया तो पीड़िता अपने पति से बताई पीड़िता का पति डर के कारण कुछ नहीं बोला पीड़िता फिर जब कुछ दिन बाद बाजार गई तो उपरोक्त चौकी प्रभारी मनीष कुमार ने कहा कि मेरा कहना नहीं मानेगी तो तुम्हें और तुम्हारे पति को जेल भेज दूंगा शुक्रवार के दिन पीड़िता के घर में पूजा थी जिसमें पीड़िता की ननद पूजा और पीड़िता का नंदोई राजेश कुमार पुत्र बसंत निवासी गांव हसिमपुर किनार थाना सराय जनपद कौशांबी पुजाई में आए हुए थे बारिश होने के कारण पीड़िता का पति और पीड़िता का नंदोई मंदिर में सोने के लिए 9:00 बजे रात चले गए मंदिर का पुजारी 12:20 तक जागता रहा और यह दोनों लोग मोबाइल देख रहे थे मंदिर का पुजारी सोने चला गया और यह लोग 1:00 बजे सो गए और सुबह 5:00 बजे जागकर शौच क्रिया कर अपने घर आए और पुजाई के लिए जानवरों को पकड़ रहे थे बल्कि बकरे का बलि दे चुके थे। पीड़िता के परिजनों को यह पता नहीं था कि गांव में किसके घर में चोरी हुई है गांव के नंदलाल ने लिखित शिकायती पत्र देकर अज्ञात चोरों की विरुद्ध पुलिस चौकी प्रभारी को लिखित शिकायत की पत्र दिया जिस पर चौकी प्रभारी ने अपने पुलिस बल के साथ पहुंचे। चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचकर पीड़िता के पति और नंदोई को पकड़ कर चौकी ले आए और चौकी प्रभारी दोनों लोगों से कबूल करवा रहे थे कि कहो कि हम 2 घंटे रात में गायब थे और लाइटर नंदलाल का है दोनों लोगों ने कहा कि हमारी जान ले लो लेकिन हमने चोरी नहीं किया है इतने पर गुस्सा होकर चौकी प्रभारी और चौकी की पुलिस द्वारा मारपीट करने लगी पीड़िता के परिजन भी पहुंचे पुलिस वालों ने परिजनों को चौकी के बाहर खड़ा कर दिया और गाली गलौज करने लगे यहां तक की पीड़िता की सास जेठानी ननद देवर सभी लोगों मौजूद थे महिलाओं सहित सभी को भद्दी भद्दी गालियां देने लगे जो संविधान के विरुद्ध है कोई भी पुरुष पुलिसकर्मी किसी महिला को गाली देना कानून अपराध है जबकि उत्तर प्रदेश शासन ने महिलाओं के लिए महिला पुलिसकर्मी नियुक्त की है यदि महिलाओं ने पुलिस चौकी पर किसी तरह का उपद्रव किया था तो उत्तर प्रदेश सरकार ने महिला पुलिस कर्मियों को क्यों नियुक्त किया आखिर चौकी प्रभारी और सिपाहियों ने महिलाओं को गाली गलौज क्यों किया और महिलाओं को दौड़ा दौड़ा कर मारने की कोशिश क्यों किया । पीड़िता के परिजनों ने मीडिया कर्मियों को फोन किया मीडिया कर्मियों ने चौकी प्रभारी के पास पहुंचे लेकिन उन्होंने कहा कि हमने कोई कार्रवाई नहीं किया । धारा 151 सीपीआरसी की धारा में चालान कर दिया है। अब यहां पर सवाल उठता है कि जब चोरी के इल्जाम में चौकी प्रभारी ने चौकी में बैठकर मारपीट किया तो किस अपराध में 151 सीपीआरसी धारा में चालान कैसे कर दिया यह भी बहुत बड़ा सवाल उठ रहा है थाने में बंद दोनों लोगों को खाना देने के लिए पीड़िता गई तो वहां पर बैठा मनीष पाल ने पीड़िता को खाना नहीं देने दिया जों थाने के सीसीटीवी कैमरे में कैद हैं और चलान लगभग 4:00 बजे ताकि आज जमानत न हो सके लेकिन पीड़िता 7:00 बजे शाम को जमानत करा पाई तब दोनों बंदियों को घर ले गई जब वहां से दोनों बंदी छूटे तो दोनों बंदी चल नहीं पा रहे थे जबकि सरसवा विकासखंड का चिकित्सक ने लिख कर दिया है कि किसी प्रकार की मारपीट नहीं हुई है तो जब मारपीट नहीं हुई चिकित्सक लिखकर दे रहा है जो वीडियो आज वायरल हो रहा है कहां से हो रहा है दोनों बंदियों के पृष्ठ भाग में चोट कहां से आई है यह चिकित्सक के लिए बहुत बड़ा सवाल उठ रहा है यदि सही मायने में पूछा जाए तो इन्हीं पुलिस कर्मियों के द्वारा इस प्रकार के अपराध किए जाने के कारण ही कौशांबी से भाजपा का सांसद हार गया गरीब लोगों के साथ अन्याय होने के कारण गरीब लोग भाजपा को मतदान नहीं कर सके । पीड़ित महिला का कहना है कि न्याय नहीं मिला तो मैं अपनी जान गंवा दूंगी या किसी प्रकार से मेरे पति और नंदोई पर होता है तो इसके जिम्मेदार सीधे पुलिस चौकी प्रभारी है सर होंगे।



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